Madhu Arora

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लेखनी प्रतियोगिता भाग्य का खेल

भाग्य का खेल 
भाग्य का खेल देखो,
अद्भुत अजब नजारा।
इसके आगे एक ना चलती,
हर कोई देखो है हारा।

मिनट में किस्मत बदले सारी
राजा को  रंक यहां कर दे।
गूंगे को वह ज्ञान दिला दे,
लंगड़े को हिमगिरी लंघवा दें।

हिम्मत दें दे सबको भारी,
भाग्य का खेल अजब है देखो।
मिलता सबको वह निश्चित है,
पर कर्म वीर की जय निश्चित है।

हाथ पर हाथ रखकर मत बैठो,
अपने वक्त को तुम पहचानो।
भाग्य के भरोसे ना बैठो,
उठो मेहनत कर फल तुम चखो।
            रचनाकार ✍️
            मधु अरोरा

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9 Comments

Shrishti pandey

15-Apr-2022 09:19 AM

Nice

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Abhinav ji

15-Apr-2022 08:33 AM

Nice👍

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Punam verma

14-Apr-2022 08:20 AM

Very nice

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